tag:blogger.com,1999:blog-2988736544599776085.post815569299101800560..comments2013-08-22T05:25:39.641-07:00Comments on खट्टी-मीठी यादें: 60 रुपये की चोरी -2सीमा सचदेवhttp://www.blogger.com/profile/04082447894548336370noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2988736544599776085.post-45113550743439000702010-08-25T00:38:03.316-07:002010-08-25T00:38:03.316-07:00'60 रुपये की चोरी' अच्छी लघुकथा है । अविश्...'60 रुपये की चोरी' अच्छी लघुकथा है । अविश्वास करनेवाले व्यक्ति को कभी विश्वास नहीं दिलाया जा सकता । रुपए पर्स से कहीं गिर भी सकते हैं; लेकिन 'चुराए ही होंगे' की बद्धमूल धारणा व्यक्ति को अपराधी ठहराकर अपमानित करने से कब चूकेगी । सीमा जी यह अच्छी कहानी है ।सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.com